एस के श्रीवास्तव विकास
वाराणसी/-मोंथा तूफान ने किसानों की गाढ़ी कमाई डुबा दी है। लगातार छः दिनों तक खराब मौसम और बरसात ने किसानों की रातों की नीद एवं दिन का चैन छीन लिया है। खरीफ की मुख्य फसल धान बरसात की वजह से पानी मे डूब कर सड़ रही है। धान खेत मे ही अंकुरित हो रहा है।

फसल जो काटकर खेतो में सुखने के लिए छोड़ी गई थी वो सड़ने लगी है। किसानों को समझ मे नही आ रहा है कि अब क्या करें। अटेसुआ के किसान दुर्गा यादव ने बताया कि सारी मेहनत बेकार हो गयी। धान अंकुरित हो रहे है। औरा के किसान जितेंद्र पांडेय ने कहा कि अभी भी मेरा कटा हुआ धान पानी मे डूबा हुआ है। 10 प्रतिशत भी हाथ मे आने वाला नही है। दयाराम यादव ने बताया कि चार बीघा का धान काटकर खेतो में सूखने के लिए छोड़ा गया था बरसात की वजह से खेतों में ही सड़ रहा है। पशुओ को खाने के लिए चारे की घोर संकट पैदा होगी।उधर कृषि विभाग ने फसल का बीमा कराए हुए किसानों के क्षति का आंकलन के साथ सत्यापन का कार्य शुरू कर दिया है।प्राविधिक सहायक कृष्ण कुमार मौर्य ने बताया कि शनिवार को पांच किसानों का सत्यापन किया गया है।जो किसान फसल का बीमा कराए है वे 14447 टोल फ्री नंबर पर शीघ्र शिकायत दर्ज कराये।ग्राम प्रधान संघ के जिला महामंत्री मधुबन यादव ने सरकार से उन किसानों की आर्थिक मदद की मांग की जो बीमा नही कराये है उन्हें भी आर्थिक मदद की जाए ताकि अगली फसल रबी की तैयारी के लिए किसानों को मदद मिल सके। पूरे हरहुआ ब्लाक के किसान तूफान की चपेट में आने से दुःखी हैं।


