एस के श्रीवास्तव विकास
वाराणसी/-उत्तर प्रदेश जलकल कर्मचारी महासंघ एवं उप्र जल संस्थान कर्मचारी महासंघ के संयुक्त बैनर तले महाप्रबन्धक जलकल विभाग वाराणसी के द्वारा शासनादेश के विरूद्ध कर्मचारी विरोधी नीतियों को अपनाने तथा लम्बे समय से कर्मचारियों की लम्बित माँगो की निरंतर उपेक्षा करने के विरोध के क्रम में दूसरे दिन मंगलवार को भी जलकल परिसर में धरना कार्यक्रम जारी रहा।कर्मचारी संघ ने जलकल के राजस्व कर्मचारियों को बिना किसी शासनादेश के नगर निगम वाराणसी के अधीन करने के विरोध में महाप्रबन्धक को कई बार पत्र देकर अवगत कराया गया परन्तु राजस्व कर्मचारियों के समस्याओं के समाधान को लेकर वार्ता हेतु महाप्रबन्धक महोदय से कई बार प्रयास किया गया

लेकिन महाप्रबन्धक महोदय द्वारा समस्याओं की अनदेखी की गई एवं वार्ता नहीं की गयी।महाप्रबन्धक महोदय के उदासीन रवैये से क्षुब्ध होकर जलकल विभाग वाराणसी के राजस्व कर्मचारी दूसरे दिन मंगलवार को भी जलकल परिसर भेलूपुर वाराणसी में धरना प्रदर्शन जारी रखा गया,सायंकाल महाप्रबन्धक से प्रतिनिधि मण्डल की वार्ता बेनतीजा रही तथा समस्त कर्मचारियों द्वारा धरना अनवरत जारी रखने का फैसला लिया गया।धरने में संरक्षक के रूप में उप्र जल संस्थान कर्मचारी महासंघ के पूर्व अध्यक्ष अवधेश नारायण चतुर्वेदी,पूर्व उपाध्यक्ष ओमप्रकाश शर्मा,सुरेन्द्र श्रीवास्तव मणिभूषण शुक्ला तथा नगर निगम कर्मचारी संघ वाराणसी के अध्यक्ष मनोज कुमार व मंत्री वाचस्पति मिश्र,राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद् के अध्यक्ष शशिकान्त श्रीवास्तव तथा उप्र जलकल कर्मचारी महासंघ शाखा वाराणसी के अध्यक्ष सुनील यादव,मंत्री नागेन्द्र प्रताप सिंह एवं उप्र जल संस्थान कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष सत्यप्रकाश शर्मा.मंत्री आलोक भट्टाचार्या सहित प्रवीण वर्मा,श्रीशचन्द्र श्रीवास्तव,अशोक यादव,धीरज पाण्डेय,गौरव सिंह,संतोष पाण्डेय,धर्मराज पटेल,पारसनाथ सिंह यादव,राहुल गोस्वामी,रामसजीवन यादव,विनोद त्रिपाठी,आषीश त्रिपाठी,अनूप कुमार,राममणि पाण्डेय,विजय वर्मा सहित जलकल विभाग के समस्त राजस्व कर्मी उपस्थित थे।


