एस के श्रीवास्तव विकास

वाराणसी/-महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के 47 में दीक्षांत समारोह का शुभारंभ हुआ समारोह का उद्घाटन राज्यपाल एवं कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने किया।मुख्य अतिथि प्रोफेसर सरोज चूड़ामणि,कुलपति प्रोफेसर ए के त्यागी,कुल सचिव,परीक्षा नियंत्रक सहित कुल 6 विशिष्ट अतिथि मंचाचीन रहे,राष्ट्रगान के उपरान्त दीप प्रज्वलन,माल्यार्पण और कुलगीत के साथ कार्यक्रम की औपचारिक शुरुआत हुई इसके बाद राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने विद्यार्थियों के जीवन में आगे बढ़ने समाज के प्रति जिम्मेदारी निभाने का संदेश दिया उन्होंने कहा कि शिक्षा केवल डिग्री प्राप्त करने तक सीमित नहीं है बल्कि इसका उद्देश्य राष्ट्र निर्माण और मानवता की सेवा होना चाहिए।

मुख्य अतिथि प्रोफेसर सरोज चूड़ामणि ने विद्यार्थियों से कहा कि सफलता का असली अर्थ जीवन में अनुशासन ईमानदारी और समर्पण से ही है,वही कुलपति प्रोफेसर आनंद कुमार त्यागी ने अपने औपचारिक भाषण में विश्वविद्यालय के उपलब्धियां का उल्लेख किया उन्होंने बताया कि गत वर्ष की तरह इस सत्र भी टॉप करने वाले और मेडल पाने वाले विद्यार्थियों में छात्राओं की संख्या छात्रों से अधिक रही यह विश्वविद्यालय में महिला सशक्तिकरण और उच्च शिक्षा में महिलाओं की बढ़ती भागीदारी का प्रमाण है,समारोह में हजारों की संख्या में विद्यार्थी कर्मचारी और शिक्षक शामिल हुए दीक्षांत के पोशाक में सभी विद्यार्थियों के चेहरे सफलता और गर्व की चमक साफ दिख रही थी,101 मेधावी को मेडल दिए जा रहे गए,इसके अलावा स्नातक स्नातकोत्तर सहित अन्य कोर्स को मिलाकर 71243 को उपाधि दी गई।इस समारोह में उत्कृष्ट विद्यार्थियों के प्रदर्शन के साथ-साथ महाराजा डॉ विभूति नारायण सिंह परिसर,गंगापुर के प्रभारी डॉक्टर मनीष सिंह को उत्कृष्ट कार्य हेतु विशिष्ट पुरस्कार से कुलाधिपति द्वारा सम्मानित किया गया।


