एस के श्रीवास्तव विकास

वाराणसी/-ब्रह्मराष्ट्र एकम विश्व महासंघ द्वारा आयोजित विष्णु मंदिर,सेथोंन बैंकॉक (थाईलैंड) में संपन्न हुई प्रथम इंडिया थाई धर्म सम्मेलन।कार्यक्रम का प्रारम्भ और शुभारंभ रविवार को पवित्र सुवर्णभूमि मंगल कलश यात्रा से शुभारंभ हुआ।वैदिक मंत्रोच्चार,पुष्पवर्षा और मंदिर प्रांगण की परिक्रमा के साथ यह भव्य कलश शोभायात्रा संपन्न हुई।भक्तों ने अपने सिर पर कलश धारण कर मंदिर परिसर को पवित्रता और आस्था से आलोकित किया।उद्घाटन समारोह में युवा संचालक सुमीत सिंह ने मंच संचालन करते हुए अतिथियों को ससम्मान मंच पर आमंत्रित किया।तत्पश्चात दीप प्रज्वलन एवं गणेश वंदना के साथ कार्यक्रम का मंगलारम्भ हुआ।ब्रह्मराष्ट्र एकम् विश्व महासंघ न्यास के उद्देश्यों और सम्मेलन के विषय पर परिचय प्रस्तुत किया गया।उद्घाटन उद्बोधन श्री शीतला मंदिर,काशी के महंत अवसेश पांडेय “कल्लू महाराज” ने किया,जिन्होंने संगठन के विकास,शक्ति और सनातन संस्कृति की वैश्विक एकता पर अपने विचार रखे।पूज्य श्री श्री 1008 डॉक्टर सचिन्द्र नाथ जी महाराज का संक्षिप्त परिचय श्री चंद्र प्रकाश पांडेय जी द्वारा प्रस्तुत किया गया।इसके पश्चात पूज्य महाराज जी ने अपने आध्यात्मिक आशीर्वचन एवं स्वागत भाषण में शून्य चेतना सिद्धांत के माध्यम से चेतना,मन और शरीर के अद्वैत भाव की व्याख्या की।उन्होंने ब्रह्मराष्ट्र एकम् की अब तक की उपलब्धियों,धर्म और सेवा की दिशा में हुए कार्यों तथा आगामी अंतरराष्ट्रीय योजनाओं पर अपने विचार रखे।कार्यक्रम में संस्था के ट्रस्टी श्री रविंद्र नाथ जी,महंत कल्लू महाराज,विष्णु मंदिर के महंत श्री धीरेंद्र पांडेय,श्री आशीष गुप्ता तथा हिंदी साहित्य सम्मेलन के श्री कुंतक मिश्रा ने अपने प्रेरक विचार रखे।कार्यक्रम की शोभा बढ़ाने के लिए विशेष अतिथि के रूप में गोवा से पद्मश्री श्री श्री ब्राह्मानंद जी महाराज एवं मुख्य अतिथि थाईलैंड के राजपरिवार के कुलगुरु पूज्य श्री फ्रा ख्रु विबून थम्मथात,वचिरधम्मवास मंदिर,बैंकॉक के Abbot पधारे।उन्होंने आयोजन की प्रशंसा करते हुए पूज्य महाराज जी को धन्यवाद ज्ञापित किया और थाईलैंड में ऐसे ही आगे धार्मिक एवं सांस्कृतिक सम्मेलनों के लिए आमंत्रित किया।इस अवसर पर चंद्र प्रकाश पांडेय द्वारा लिखित पुस्तक “महाकुंभ” तथा पूज्य डॉक्टर सचिन्द्र नाथ जी महाराज की पुस्तक “ज्ञानम् सर्वम् सनातनम्” का विमोचन संपन्न हुआ।इसके उपरांत अंतर्राष्ट्रीय सम्मान समारोह में विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य हेतु सम्मान प्रदान किए गए अनुपम शुक्ला (फिल्म मेकिंग),कुंतक मिश्रा (हिंदी भाषा प्रचार ) कल्लू महाराज (धार्मिक सेवा प्रचार),सुमीत सिंह (नशा मुक्ति अभियान),कुशाग्र मिश्र (युवा उद्यमी),अनुज जायसवाल (धार्मिक सेवा प्रतिष्ठान),सुनील प्रजापति (ट्रैवल सेवा),विनीत त्रिपाठी (मीडिया सेवा),विजय त्रिपाठी (शिक्षा सेवा) सचिन गुप्ता (इवेंट प्रबंधन),कृष्णा प्रजापति (ट्रैवल सेवा) को अंतर्राष्ट्रीय सम्मान से अलंकृत किया गया।भारत एवं विश्व से प्रतिनिधिमंडल की सहभागिता हुई भारत से मुंबई,वाराणसी,और लंदन सहित अनेक देशों से प्रतिनिधि सम्मिलित हुए।प्रमुख प्रतिभागियों में श्रद्धा शुक्ला,प्रिया मिश्रा,अवनीश सिंह,अनुपम मिश्र,कनिष्क मिश्रा,रजनी जायसवाल,संतोष कश्यप,सुजीत अधिकारी,राजू राजभर,राकेश गुप्ता,शिवनाथ,विजय यादव,उदय सिंह,लंदन से डॉक्टर निशि मल्होत्रा तथा थाईलैंड से बौद्ध भिक्षुओं,साधना,रत्ना,संतोष सिंह,राजू सहित सैकड़ों श्रद्धालु उपस्थित रहे।पूज्य महाराज जी के आगमन से भारतीय अप्रवासी समुदाय में हर्ष की लहर दौड़ गई।उन्होंने थाईलैंड में मंदिर स्थापना कर सनातन की मूल परंपरा और आस्था की धारा को सशक्त बनाने का संकल्प लिया।दोपहर 2 बजे थाई कलाकारों द्वारा भव्य सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ हुईं,जिन्होंने भारत थाई संस्कृति के दिव्य संगम को जीवंत कर दिया।कार्यक्रम के समापन पर शाम 4 बजे ट्रस्टी सतीश चन्द्र मिश्रा ने सभी अतिथियों आयोजकों और भक्तगणों के प्रति धन्यवाद ज्ञापन किया।


