एस के श्रीवास्तव विकास
वाराणसी/-स्वयं सहायता समूहों के बीच सहयोग विकसित करने का कार्य करेगी समूह सखी दीदियां समूहों के बैठकों में उपस्थित होकर अभिलेखों का लेखांकन कराने में सहयोग करेगी जिससे पारदर्शिता और सदस्यों का समूह के प्रति बढ़ेगा आपसी विश्वास।उक्त बातें सरायकाजी हरहुआ काशीपति लॉन में उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन अंतर्गत ग्राम संगठनों से चयनित समूह सखी का मॉड्यूल-4 विषयक चल रहे चार दिवसीय प्रशिक्षण सत्र के समापन अवसर पर प्रशिक्षुओं को सम्बोधित करते हुए जिला मिशन प्रबंधक श्रवण कुमार सिंह ने व्यक्त की।

उन्होंने कहा कि समूह सखी दीदियां स्वयं व्यवसायिक गतिविधियों को अपनाकर महिलाओं के रोल मॉडल बनने का कार्य करें।प्रशिक्षण कार्यक्रम के चार दिवसों में डिस्ट्रिक्ट रिसोर्स पर्सन सुरेश पाण्डेय द्वारा प्रतिभागियों को ग्राम संगठन की अवधारणा एवं प्रबंधन के बारे में जानकारी देते हुए बताया गया कि समूहों की बड़ी जरूरतों को पूरा करने के उद्देश्य से 5 से 20 समूहों को सम्मिलित कर ग्राम स्तर पर एक ग्राम संगठन बनाया जाता है।ग्राम संगठनों एवं समूहों में व्यवस्थित तरीके से लेखांकन की पुस्तकों तथा पुस्तक लिखने वाले सहयोगी प्रपत्रों का सही तरीके से लिखा जाना अनिवार्य होता है जिसके लिए ग्राम संगठन स्टार पर समूहों के कार्यों का निष्पादन कराने हेतु ग्राम संगठन में समूह सखी का चयन किया गया है।ग्राम संगठन में तैयार किए जाने वाले अभिलेख,ग्राम की पांच उपसमिति और उनके कार्य आदि के बारे में बताया गया साथ ही साथ ग्राम संगठन की आदर्श बैठक कैसे करें का रोल प्ले कराकर अभ्यास कराया गया और ग्राम संगठन के प्रमुख कैडर समूह सखी के कार्य एवं दायित्व के बारे में विस्तार से बताया गया।प्रशिक्षण कार्यक्रम में जनपद वाराणसी के सभी विकास खण्डों से चयनित 64 समूह सखियों को प्रशिक्षित किया गया।इस अवसर पर सुजाता,प्रियंका,जय

देवी,पुष्पा,प्रीति,शबनम,सरिता,सविता,संध्या,चन्दा,सनीला,चांदनी,संदीपा,नीतू,संगीता,भारती,बीना,जावित्री,ममता,रबीना,मेनका,शीला,आंचल,कुसुम,नीलम,काजल अंजू आदि की उपस्थिति रही।प्रशिक्षण कार्यक्रम के अन्त में आयोजक संस्था एएफसी इंडिया लिमिटेड के प्रतिनिधि राहुल कुमार द्वारा सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया गया और सभी प्रतिभागियों को सर्टिफिकेट देकर सत्र का समापन किया गया।


