एस के श्रीवास्तव विकास

वाराणसी/-शहर में कानून-व्यवस्था की स्थिति को और अधिक प्रभावी और पारदर्शी बनाने के लिए पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल ने गुरुवार को बड़े प्रशासनिक निर्णयों की घोषणा की।आदेश के तहत थाना प्रभारी सारनाथ उपनिरीक्षक विवेक कुमार त्रिपाठी और थाना प्रभारी लोहता महिला उपनिरीक्षक निकिता सिंह को तत्काल प्रभाव से उनके पदों से हटाकर पुलिस लाइन में लाइन हाजिर कर दिया गया है। साथ ही दो निरीक्षकों के तबादले भी किए गए हैं,ताकि शहर में अपराध नियंत्रण और प्रशासनिक दक्षता सुनिश्चित की जा सके।पुलिस आयुक्तालय से जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार यह कार्रवाई सारनाथ और लोहता थानों में प्रशासनिक शिथिलता और अपराध नियंत्रण में अपेक्षित सतर्कता न दिखाए जाने के कारण की गई है।सूत्रों का कहना है कि हाल ही में सारनाथ क्षेत्र में हुए कॉलोनाइज़र हत्याकांड में शामिल अपराधियों की गिरफ्तारी में देरी और अन्य आपराधिक घटनाओं पर प्रभावी नियंत्रण न होने की शिकायतें प्राप्त हुई थीं।इसी आधार पर विवेक कुमार त्रिपाठी को उनके पद से हटाते हुए लाइन हाजिर किया गया।

इसी तरह लोहता थाना प्रभारी महिला उपनिरीक्षक निकिता सिंह के विरुद्ध भी आरोप थे कि उन्होंने अपने क्षेत्र में अपराध रोकने,जनसुनवाई और महिला सुरक्षा के मामलों में आवश्यक तत्परता नहीं दिखाई।उनके कार्यक्षेत्र में शिकायतों के समाधान में ढील और उदासीनता के चलते उन्हें भी तुरंत प्रभाव से उनके पद से मुक्त कर दिया गया। पुलिस आयुक्त ने इसे अनुशासनहीनता और प्रशासनिक अक्षमता का गंभीर उदाहरण बताते हुए कड़ी कार्रवाई की।इस कार्रवाई के साथ ही पुलिस आयुक्त ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि सभी थाना प्रभारी अपराध नियंत्रण,संवेदनशील मामलों,महिला सुरक्षा और जनसुनवाई में तत्पर और जवाबदेह हों।उन्होंने कहा “जनता का पुलिस पर विश्वास तभी मजबूत होगा जब प्रत्येक अधिकारी अपने कर्तव्यों का पालन पूरी निष्ठा,पारदर्शिता और त्वरित कार्रवाई के साथ करेगा।प्रशासनिक संतुलन और सुचारु कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए दो निरीक्षकों के स्थानांतरण भी किए गए हैं।निरीक्षक राज बहादुर मौर्य जो पर्यटक थाना प्रभारी के रूप में कार्यरत थे,उन्हें थाना लोहता का नया प्रभारी निरीक्षक नियुक्त किया गया है।वहीं उपनिरीक्षक शिवानंद जो बड़ागांव थाने में तैनात थे उन्हें थाना सारनाथ का नया प्रभारी बनाया गया है।वरिष्ठ अधिकारियों का मानना है कि इस प्रकार की कार्रवाई से पुलिस बल में अनुशासन और कार्यकुशलता को नई दिशा मिलेगी।पुलिस आयुक्तालय का उद्देश्य स्पष्ट है।किसी भी थाने में लापरवाही,शिथिलता या उदासीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी और जनता की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता बनी रहेगी।मिली जानकारी के अनुसार कमिश्नरेट स्तर पर नियमित समीक्षा जारी रहेगी और यदि किसी भी थाने में प्रशासनिक ढीलापन या अपराध नियंत्रण में कमी पाई गई,तो तत्काल कार्रवाई की जाएगी।यह कदम इस बात का संकेत है कि वाराणसी में कानून और व्यवस्था के साथ कोई समझौता नहीं किया जाएगा और पुलिस जनता के भरोसे और सुरक्षा की सच्ची प्रतीक बनी रहेगी।


